एग्जीबिशन में है व्यापार की जान और शान!
ज्वेलरी व्यापार को हर तरह से नए आयाम देरही हैं ज्वेलरी एग्जीबिशन व्यापार करना मनुष्य के जीवन का अहम हिस्सा है, तथा उसमें लगातार बढ़ोतरी होते रहना व्यापार की पहली जरूरत। यदि व्यापार में बढ़ोतरी नहीं होगी, तो खर्चे बढ़ते ही रहेंगे, ऐसे में व्यापार में नुकसान या घाटा होना शुरू होता है, जिसे सहन करना हर किसी भी व्यापारी के लिए स्वीकार्य नहीं होता। व्यापार की पहली जरूरत ही उसमें कमाई के बढऩे के तत्व जीवित रहना होता है। अत: जब जब व्यापार मंदा पड़ता है, उसमें कमाई कम होने लगती है, तो उसे समर्थन देने के लिए जो विभिन्न प्रयोग किये जाते हैं, उनमें एग्जीबिशन सबसे बेहतरीन उपाय माना गया था, लेकिन आज के हालात देखें, तो एग्जीबिशन न केवल व्यापार को बढ़ाने के जरूरी साधन बन गए हैं, बल्कि एग्जीबिशन अब व्यापारिक वर्ग की सबसे बड़ी ताकत भी बन गई हैं। ज्वेलरी के कारोबार में भी देखा जाए, तो आइआइजेएस और जीजेएस जैसी बड़े एग्जीबिशन के साथ साथ देश भर में होने वाली कई छोटी बड़ी एग्जीबिशन अप इस व्यापार की जान बन गई हैं। व्यापार में लगातार कम होती कमाई जान लेवा होती जा रही है, इसी कारण एग्जीबिशन ज्वेलरी व्यापार की जान साबित हो रही हैं।
ज्वेलरी व्यापार में उतार चढ़ाव का इतिहास देखा जाए, तो मुंबई ही नहीं, देश भर में जब जब ज्वेलरी सेक्टर में मंदी की आहट देखी गई है, तो एग्जीबिश नही ज्वेलरी के व्यापार के लिए संजीवनी साबित हुई है। एग्जीबिशन बाजार में जबरदस्त खरीदी का उत्साह देखा जाता है, तथा उस उत्साह का आंकलन इसी से किया जा सकता है व्यापारियों के चेहरों पर संतोष की लहर दिखाई देती है। कोरोना काल में जब सब तरफ बंद का माहौल था, तो बैंगलुरू में हुई जेम्स एंड ज्वेलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल की आइआइजेएस एग्जीबिशन इतनी सफल रही कि लोगों की बांछे ही खिल उठी। होलसेल ज्वेलर्स ने जितना व्यापार का नुकसान कोरोनाकाल में किया था, उस एग्जिबिशन ने सारी क्षतिपूर्ति कर दी थी। व्यापारिक सफलता की दृष्टि से देखा जाए, तो मार्च महीने के बीतते - बीतते बेंगलुरू में संपन्न जेम्स एंड ज्वेलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (जीजेईपीसी) की तीसरी एग्जीबिशन आइआइजेएस तृतीया को भी जबरदस्त सफलता मिली है। बेंगलुरु के इंटरनेशनल एग्जीबिशन सेंटर में 17 से 20 मार्च 2023 तक चली इस आइआइजेएस तृतीया एग्जिबिशन में भारत भर से आए हजारों ज्वेलर्स को एक नई दिशा दी है। भारत में अक्षय तृतीया को ज्वेलरी खरीदी का सबसे शानदार अवसर माना जाता है। विवाह के सीजन शुरू होने के साथ ही ज्वेलरी की बहार के शानदार अवसर अक्षय तृतीया से पूरे एक महीने पहले हुई इस एग्जीबिशन ने भारत भर के बाजारों में ग्राहकी की चमक का शानदार आगाज किया, तो उसके तत्काल बाद ही ऑल इंडिया जेम्स एंड ज्वेलरी डॉमेस्टिक काउंसिल का इंडिया जेम एंड ज्वेलरी शो (जीजेएस) 7 से 10 अप्रेल तक मुंबई में भी जबरदस्त सफलता का गवाह रहा है। इन एग्जीबिशन के नतीजे यह है कि बाजारों में ग्राहकी के कारण ज्वेलर्स के चेहरे खिल रहे हैं व व्यापार को ताकत मिल रही है।
आइआइजेएस तृतीया व जीजेएस जैसी दोनों ही सफलतम एग्ग्जीबिशन में सबने देखा कि गोल्ड के लगातार बढ़ते के रेट्स के बावजूद बाजारों में खरीदी करते जा रहे हैं। इसी कारण ऑल इंडिया जेम्स एंड ज्वेलरी डॉमेस्टिक काउंसिल के पदाधिकारी अपनी एग्जीबिशन के प्रति काफी उत्साहित रहे। उनको सदा से ही विश्वास था कि भले ही कुछ दिन पहले ही में बैंगलुरू में जीजेईपीसी की तीसरी एग्जीबिशन आइआइजेएस तृतीया का सफलतम समापन हुआ हो, फिर भी मुंबई में इंडिया जेम एंड ज्वेलरी शो (जीजेएस एग्जीबिशन) को जबरदस्त सफलता मिलेगी, और ऐसा ही हुआ कि 7 से 10 अप्रेल तक मुंबई में संपन्न ऑल इंडिया जेम्स एंड ज्वेलरी डॉमेस्टिक काउंसिल की जीजेएस एग्जीबिशन को जबरदस्त सफलता हासिल करने में कोई बहुत ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ी। सारी आशंकाएं निर्मूल साबित हुई तथा जीजेएस एग्जीबिशन ने ज्वेलरी की सेल के नए कीर्तिमान स्थापित किए। सही मायने में देखा जाए, तो ज्वेलरी मार्केट के लिए होने वाली एग्जीबिशनके प्रति ज्वेलर्स के मन में हर वक्त जबरदस्त उत्साह रहता है, क्योंकि ये एग्जीबिशन बेहद कारगर साबित रही हैं, खास तौर पर तब भी जब व्यापार को बाजार के वित्तीय हालातों से थोड़ा सा झटका लगता है, या सीजन मंदा जाने को होता है या फिर कमाई कम होने लगती है। देखा जाए, तो एग्जीबिशन में अगर बिक्री की संभावना ही नहीं होती, तो ज्वेलरी एग्जीबिशन की आयोजक संस्थाओं व उनसे पदाधिकारियों में एग्जीबिशन के प्रति उत्साह उत्साह कतई नहीं देखा जा सकता। इन ज्वेलरी एग्जीबिशन की सफलता को देखते हुए कहा जा सकता है कि जब किसी ज्वेलरी प्रोडक्ट को बेचने या मार्केटिंग करने की बात आती है, तो व्यक्तिगत संपर्क से ही व्यापार करने वालों को तेजी से अपने बिजनेस में प्रगति करने में मदद मिल सकती है।
लगभग 25 साल पहले शुरू हुआ जेम्स एंड ज्वेलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (जीजेईपीसी) का आइआइजेएस शो सदा से ही जबरदस्त सफल रहा। आइआइजेएस की सफलता व उसमें ज्यादातर लोगों को समाहित न करने के कारण कुछ साल पहले जीजेईपीसी ने एक और शो शुरू किया, तो पहले से ही चल रहे शो को नाम मिला आइआइजेएस - प्रीमियर और दूसरे शो का नाम रखा आइआइजेएस - सिग्नेचर। अब तक ये दोनों बही सो मुंबई में ही होते रहे, लेकिन कोरोना काल में जीजेईपीसी ने बैंगलुरू में एक शो किया और उसकी सफलता देखी, तो दक्षिण भारत में व्यापारिक संभावनाओं में उसे जबरदस्त संभावनाएं दिखी, इसी कारण इन दोनों शो के माध्यम से मिली सफलता को जीजेईपीसी ने तीसरे शो की सफलता का ताना बाना बुना एवं बैंगलुरू में जीजेईपीसी की तीसरी एग्जीबिशन आइआइजेएस - तृतीया का सफलतम आयोजन करके यह साबित कर दिया कि भले ही ज्वेलरी का व्यापार बेहद चमकदार हो, लेकिन जब इसकी चमक को लगातार बढ़ाते रहने के लिए एग्जीबिशन बेहद जरूरी है। सफलता के इसी सूत्र को समझते हुए ही ऑल इंडिया जेम्स एंड ज्वेलरी डॉमेस्टिक काउंसिल भी अपनी जीजेएस एग्जीबिशन लेकर बाजार में उतरा, तो उसे भी जबरदस्त सफलता हासिल हुई है।
ऑल इंडिया जेम्स एंड ज्वेलरी डॉमेस्टिक काउंसिल के जीजेएस शो के आयोजकों का कहना है कि व्यापार मेले और एग्जीबिशन के माध्यम से, कम समय में, एक बड़ी संख्या में खरीददार और विक्रेता को एक ही छत के नीचे लाया जाता हैं। एग्जीबिशन मौजूदा देश भर के ज्वेलरी बाजारों के हालात और ज्वेलरी उद्योग की नई तकनीक के बारे में भी व्यापारियों को एक नया आयाम देता है, साथ ही बाजार में कैसे खुद का विकास किया जाए, ईस बारे में उचित दिशा भी दिखाता है। ऑल इंडिया जेम्स एंड ज्वेलरी डॉमेस्टिक काउंसिल मानती है कि इस तरह के एग्जीबिशन में भाग लेने वाली कंपनियों का मुख्य बिंदु ब्रांड के प्रति जागरूक करना है। बाजार के जानकार मानते हैं कि वैश्विक स्तर पर वर्तमान हालात में, व्यापार मेले और एग्जीबिशन, अपने उत्पादों की बिक्री और व्यवसायों की गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए एक प्रचलित मंच बन गए हैं। मौजूदा हालात में कारोबारी गतिविधियों को नई दिशा देने एवं उत्पादों के लिए नए अवसर तलाशने तथा अपने उत्पादों के विज्ञापन करने के लिए, एग्जीबिशन एक विपणन मार्केटिंग रणनीति है, जो अब तक की सबसे तकनीक सफल मानी जाती हैं।
ज्वेलरी शो के नतीजों में देखा जाए तो यह ज्वेलरी एग्जीबिशन बाजार के आपूर्तिकर्ताओं व प्रदर्शकों के लिए अपने ग्राहकों, दर्शकों और संभावित ग्राहकों को व्यक्तिगत रूप से मिलने, आमने-सामने बातचीत करने एवं दोनों मिलकर ज्वेलरी उत्पादों को जांचने परखने के उत्कृष्ट अवसर प्रदान करते हैं। इसके साथ ही एग्जीबिशन अपने ग्राहकों के साथ अच्छे व्यावसायिक संबंधों के विकास और ग्राहकों के की जरूरतों को समझने एवं अपने व्यापार के स्कोप को बढ़ाने में भी मददगार रहे हैं।
विपुल शाह - चेयरमेन जीजेईपीसी
ज्वेलरी एग्जीबिशनअपने लक्ष्य में हर तरह से सफल रहे हैं। पिछले कई साल का इतिहास है कि ज्वेलरी एग्जीबिशन देश भर में हमारे बिजनेस को विस्तार देने, उसे बढ़ाने, संकट में सहारा देने, विकसित करने के तरीकों को समझाने तथा हर तरह से व्यापार को आधार देने का काम करते हैं।
संयम मेहरा - चेयरमेन जीजेसी
ज्वेलरी एग्जीबिशन को गोल्ड बिजनेस को ताकत देने का माध्यम माना जा सकता है। यह सही है कि ज्वेलरी एग्जीबिशन माध्यम से, बहुत ही कम समय में, बहुत बड़ी संख्या में खरीददारों और विक्रेताओं को एक ही छत के नीचे लाया जा सकता हैं, इसीलिए अब ये जरूरी हो गई हैं।
जिग्नेश पटाडीया - जीजीजेएस
ज्वेलरी ट्रेड में तेजी लाने, संकट के हालात से बाजार को उबारने और ज्वेलरी उद्योग को हर तरह से विकसित करने के बारे में ज्वेलरी एग्जीबिशनएक उचित हल निकालने में कामयाब रहे है। ज्वेलरी मार्केट की संस्थाओं का बाजार को मंदी में सहारा देने का यह बेहद उचित प्रयास है।
प्रकाश कागरेचा - अध्यक्ष-मुंबई होलसेल गोल्ड ज्वेलर्स एसोसिएशन
आइआइजेएस व जीजेएस जैसी एग्जीबिशन हमारे व्यवसाय को सफल बनाने और उसको बढ़ावा देने का कार्य कर रही हैं। यह वास्तव में यह सराहनीय कदम है। बाजार में बढ़ती प्रतिस्पर्धा के दौर मेंआने वाले समय में ज्वेलरी व्यापार के विकास के लिए होने वालीएग्जीबिशन का महत्व और बढ़ेगा।
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